कोरोना: आदिवासी जड़ी बूटियों से निर्मित काढा-Corona Virus (COVID 19)
कोरोना: आदिवासी जड़ी बूटियों से निर्मित काढा
हम जानते हैं कि सर्दी-जुकाम होने के बाद, गर्म कपड़े पहनने से सर्दी-जुकाम का इलाज नहीं हो सकता, लेकिन यदि पहले से ही गर्म कपड़े पहनकर रहें तो सर्दी-जुकाम होने से बचा जा सकता है। ठीक इसी तरह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता/इम्यूनिटी पावर हमें अनेक रोगों से संक्रमित होने से बचाती हैं। हम रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाकर अनेक बीमारियों से पूरी तरह या काफी सीमा तक बच सकते हैं। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है, यदि वे जरूरी सावधानियां रखेंगे तो तुलनात्मक रूप से उन्हें कोरोना वायरस (COVID 19) से संक्रमित होने का खतरा कम होगा। अनेकानेक बीमारियों से बचाव हेतु जनहित में इम्यूनिटी बढाने वाला आदिवासी जड़ी बूटियों से निर्मित काढे का परीक्षित नुस्खा प्रस्तुत है:-
सामग्री: (1) ऑर्गेनिक गिलोय का 5 ग्राम सत या 15 ग्राम पाउडर। (2) शुद्ध दालचीनी 15 ग्राम। (3) ऑर्गेनिक काली तुलसी पंचांग 10 ग्राम। (4) ऑर्गेनिक वन तुलसी पंचांग 10 ग्राम। (5) लौंग 10 ग्राम। (6) काली मिर्च 10 ग्राम। (7) ऑर्गेनिक नीम के पत्ता 10 ग्राम। (8) ऑर्गेनिक खूबकला पंचांग 10 ग्राम। (9) ऑर्गेनिक वासा पंचांग 10 ग्राम। (10) ऑर्गेनिक पुनर्नवा पंचांग 10 ग्राम। (11) ऑर्गेनिक सदाबहार पंचांग 10 ग्राम। (12) ऑर्गेनिक हरसिंगार पत्ता 10 ग्राम। (13) ऑर्गेनिक आमला फल पाउडर 10 ग्राम। (14) ऑर्गेनिक अश्वगंधा जड़ पाउडर 10 ग्राम।। कुल करीब 150 ग्राम।
बनाने और सेवन की विधि:
उपरोक्त सभी जड़ी-बूटियों को पीसकर पाउडर बना लें। जो करीब 150 ग्राम बनेगा। यह 1 व्यक्ति की 1 महिने की खुराक है। 5-5 ग्राम की 30 पुड़िया बना लें। एक पुड़िया को 200 मिलीलीटर पानी में डालें और पानी में बीज निकालकर 2-3 मुनक्का/दाख भी कुचलकर डाल लें। इसे आधा रहने तक धीमी आंच पर पकावें। काढे को छानकर कांच की स्वच्छ एवं सूखी बोतल/शीशी में भर लें और इसे दिन में तीन बार सुबह, दोपहर और शाम कुड़-कुड़ करके एक महिने तक लगातार पियें। इससे सामान्य स्वस्थ व्यक्ति की रोगी प्रतिरोधक क्षमता इतनी प्रबल हो जायेगी। यद्यपि जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी पावर पहले से ही कमजोर है, उनको अतिरिक्त सावधानी तथा विशेष उपचार की जरूरत होती है। यदि मधुमेह पीड़ित नहीं हों तो इसमें उबालते समय मिश्री या उबालने के बाद 2 चम्मच शुद्ध शहद मिलाया जा सकता है।
अधिक जानकारी हेतु मेरी हेल्थ वेबसाइट https://www.healthcarefriend.in/ पर विजिट करें। आदिवासी ताऊ डॉ. पुरुषोत्तम लाल मीणा, हेल्थकेयर वाट्सएप नं.:8561955619, 14.03.2020